SHIV PURAN PDF IN HINDI | Mahadev Ke Avtar Name | SHIV PURAN PDF FREE DOWNLOAD | MAHADEV STATUS IN HINDI

SHIV PURAN PDF IN HINDI

हेलो फ्रेंड्स आपको आज SHIV PURAN PDF ( SHIV PURAN PDF FREE DOWNLOAD ) आपको शेयर करने वाले है। जिसे आपको सनातन धर्म के बारे और देवो के देव महादेव के बारे में बहुत सी जानकारी ले सकते हो। शिव पुराण सनातन धर्म के मुख्य पुराण है। शिव पुराण में लिखा है की कोई व्यक्ति इस पुराण को एक बार पढ़लेता हे तो उसके सब पाप मिट जाते है। 

शिवजी की प्रिय वस्तु मतलब के रुद्राक्ष को कैसे धारण करना चाहिए। १ से २१ मुखी रुद्राक्ष को किस लाभ के लिए पहनना चाहिए। रुद्राक्ष की माला को किस मंत्र जाप करना चाहिए। 

SHIV PURAN PDF IN HINDI | Mahadev Ke Avtar Name

 

SHIV PURAN में आपको बहुत से जानकारी भगवान शिव और उनकी पत्नी पार्वती के बारे मे आपको मिल सकती है।  SHIV PURAN में  महादेव का पूरा वर्णन पहनावे का है। महादेव ने कैसे इस संसार का उत्पन किया उसके बारे में और विष्णु ब्रम्हा की उत्पति का वर्णन है 

शिव पुराण में विस्तृत में माहिती है की महादेव की पूजा कैसे करनी है। शिवलिंग की किस फूलो से पूजा करनी चाहिए और कोन सा फूल नहीं चढ़ाना चाहिए उसकी माहिती दी गई है। 

SHIV PURAN में लोगो ने कैसे महादेव को राजी किया और सब को क्या वरदान दिया उसकी पूरी माहिती मिलती है। उसके बाद पार्वती के साथ कैसे शादी की और उस टाइम सब तरह आनंदमय माहौल कभी वर्णन है। शिव का अपमान पार्वती के पिताजी द्वारा करना और पार्वती का हवन में आपने शरीर को जलादेना फिर पुरे संसार में प्रलय आना उन सब का वर्णन है 

गणेश और कार्तिक का जन्म कैसे हुआ और किस राक्षस को मर ने केलिए हुआ उन सब का वर्णन है। भगवान शिव के मुख्य ज्योर्तिलिंग कैसे बनाना उस सबकी कथाए शिव पुराण में दी गई है। 

SHIV PURAN PDF IN HINDI | Mahadev Ke Avtar Name
SHIV PURAN PDF IN HINDI


Mahadev Ke Avtar Kitne Hai?

महादेव द्वारा किस राक्षस का वध हुआ और जो महादेव के जितने भी अवतार है जैसे की 

पिप्पलाद अवतार :  मानव जीवन में भगवान शिव के इस अवतार का बड़ा महत्व है। शनि पीड़ा का निवारण पिप्पलाद की कृपा से ही संभव हो सका।

नंदी अवतार : SHIV सभी जीवों का प्रतिनिधित्व करते हैं। SHIV का नंदीश्वर अवतार भी इसी बात का अनुसरण करते हुए सभी जीवों से प्रेम का संदेश देता है। नंदी (बैल) कर्म का प्रतीक है, कर्म ही जीवन का मूल मंत्र है।

हनुमान जी : शिव का हनुमान अवतार सभी अवतारों में श्रेष्ठ माना गया है। इस अवतार में भगवान शंकर ने एक वानर का रूप धरा था।

परशुराम : परशुराम जो की एक ब्रामण की कोख से जन्मे थे. परशुराम के पिता की हत्या एक राजा और उसकी सेना ने मर दिया था। उसका कारन ये था की परशुराम के पिता के पास एक कामधेनु थी वो सब इच्छा को पूरी करती थी और मन चाहा भोजन देने वाली थी। उसको पाने की खातर परशुराम के पिता की हत्या की थी 

इसका बदला लेने के लिए परशुराम ने शिव की उपासना की और शिव से वरदान मांगा की में पिताजी का बदला राजाओ का वध करके लिया 


अदि इसके सिवाय जितने भी अवतार है उन सब का वर्णन किया गया है

इस तरह सब माहिती शिव पुराण में दी गई है आप को अगर शिव पुराण की हिंदी में PDF चाहिए तो आप निचे दिए गए DOWNLOAD BUTTON पर क्लिक करके आप SHIV PURAN PDF IN HINDI में आप ले सकते हो 





ऐसे ही सनातन धर्म के बारेमे जानकारी लेने के लिए हमारी वेबसाइट को फॉलो कर सकते हो और दूसरे पुराणों की माहिती भी थोड़े समय में आपको देंगे। 

FQA 

हर समय शिव पुराण का पाठ शुभकारी ही है। पर फिर भी इसका पाठ अगर श्रावण मास में किया जाए त
अति शुभ फल देनेवाला माना गया है सोमवार को शिव पुराण का पाठ करने से शिवजी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
धन प्राप्ति के लिए शिवलिंग पर जल में अक्षत यानी चावल मिलाकर अभिषेक करना चाहिए
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