Surya Namaskar Mantras Step By Step | Surya Namaskar Benefites And Step Pose

 

HEY FRIEND TODAY INFORMATION ABOUT SURYA NAMASKAR MANTRAS , BENEFITES AND ALL POSE STEP. SO WATCH AND SHARE INFORMATION YOUR FEIRNDS AND FAMILY.


Surya Namaskar is a sequence of 12 powerful yoga poses. Besides being a great workout, Surya Namaskar is also known to have an immensely positive impact on the body and mind.

each step of the sequence is associated with a mantra. In traditions including Sivananda Yoga, the steps are linked with twelve names of the God Surya. Surya namaskar can be easily done daily with 4-5 sets. Increase it gradually .If you have any pain in any part of the body, discontinue and consult with a doctor before resuming






Surya Namaskar  Pose

  • Pranamasana (Prayer pose)
  • Hastauttanasana (Raised arms pose)
  • Hastapadasana (Standing forward bend)
  • Ashwa Sanchalanasana (Equestrian pose)
  • Dandasana (Stick pose)
  • Ashtanga Namaskara (Salute with eight parts)
  • Bhujangasana (Cobra pose)
  • Adho Mukha Svanasana (Downward facing dog pose)
  • Ashwa Sanchalanasana (Equestrian pose)
  • Hastapadasana (Standing forward bend)
  • Hastauttanasana (Raised arms pose)
  • Tadasana (Mountain Pose)
Surya Namaskar MANTRAS:

Surya Namaskar MANTRAS



  • ॐ मित्राय नमः
  • ॐ रवये नमः
  • ॐ सूर्याय नमः
  • ॐ भानवे नमः
  • ॐ खगाय नमः
  • ॐ पूष्णे नमः
  • ॐ हिरण्यगर्भाय नमः
  • ॐ मरीचये नमः
  • ॐ आदित्याय नमः
  • ॐ सवित्रे नमः
  • ॐ अर्काय नमः
  • ॐ भास्कराय नमः
  • ॐ श्री सबित्रू सुर्यनारायणाय नमः

उम्मीद है कि आपको यह लेख “सूर्य-नमस्कार के समय इन 13 सूर्य मंत्रों का करे पाठ” पसंद आया होगा। अपने दोस्तों को जरुर share करे और आप भी भगवान् सुर्य से असीम आशीर्वाद और उर्ज़ा प्राप्त करें।



सूयय नमस्कार के लाभ / Benefits of Surya Namaskar:

▪ यह शरीर के सभी वहस्सों, मांसपेवशयों और नसों को वक्रयाशील करता है।

▪ इसे करने सेरीढ़ की हड्डी मजबूत होती है, और कमर लचीली होती है।

▪ सूयय नमस्कार हृदय और फे फड़ों की काययक्षमता को बढ़ाने में भी लाभदायक होता है।

▪ सूयय नमस्कार के वनयवमत अभ्यास से बालों का श भ्र होना और झरना बंद होता है।

▪ इसका अभ्यास त्वचा के वलए भी लाभदायक है, इससे त्वचा के कई रोग दूर होते हैं।

▪ सूयय नमस्कार क्रोर् को वनयंवत्रत करने में भी प्रभावी होता है, इससे शरीर का संत लन बना 

रहता है, मन शांत रहता है, और आप पूरा वदन अच्छा महसूस करते हैं।

▪ सूयय नमस्कार को हम ख ले वातावरण में करते हैं, वजससे की शरीर को ववटावमन-डी वमलता 

है और हवड्डयााँ मजबूत होती हैं।

▪ यह शरीर की सभी महत्वपूणयग्रंवियों, जैसे की पैंवक्रयाज, िायरॉइड, वपट्यूटरी ग्लैंड आवद को 

संत वलत करने में सहायक है।

▪ इसको वनयवमत रूप सेकरने से मन की एकाग्रता बढ़ती है। मानवसक तनाव, अवसाद, 

क्रोर्, वचड़वचड़ापन, भय आवद के वनदान के वलए इसे अवश्य करना चावहए।

▪ सूयय नमस्कार से पेट में होने वाली सभी समस्याएंभी जल्दी ठीक होने लगती है, पाचन 

वक्रया बढ़ाने के वलए भी यह उत्तम आसान है।

▪ इसे रोज करने से रक्त संचालन स चारू होता है, रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) की आशंका घटती है। 

मेटाबोवलज्म स र्रता है तिा शरीर के सभी अंग सशक्त और वक्रयाशील होते हैं।

▪ सूयय नमस्कार वजन घटाने के वलए बेहद लाभदायक माना गया है। इससे ना के वल आपका 

वजन कम होता है, बस्ल्क यह आपके शरीर को पूरी तरह से उवचत आकार में भी लाता है



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